मैं तन पर वर्दी सजा नहीं सकता
पर मेरे दिल से वर्दी कोई हटा नहीं सकता
-Mastershayari

ज़रा गौर फरमाइए...

आंखों से देखें लबों से छू लें
ऐ खुदा हमसे बस इतनी भूल हो जाए
वो एक दफा देख भर ले हमें
समझो हमारी हर दुआ कुबूल हो जाए।.

पल भी जिनकी पालकों के बिना कटते नहीं थे
दिखते भी नहीं वो चेहरे अब
जिनकी बिना दिन भी कभी कटते नहीं थे

दिल मेरा पास है अगर
तो बता दिल कहां है उसका
लोग पूछते हैं के पता पता है तुझे
तो बता मकान कहां है उसका
हंस कर कहता हूं मैं भी

सारे आंसू सूख गए हैं
अब इन आंखों से कोई दरिया बहता नहीं है
जिस कशिश की कशिश हमे सोने नहीं देती थी
अब वो चेहरा इन आंखों में रहता नहीं है

बेसहारों को ज़रा सहारा कर दीजिए
डूबती कश्ती को किनारा कर दीजिए
वह तारा पसंद आ गया है हमें
आसमा से तोड़िए और उसे हमारा कर दीजिए।

शीशे का है घर मेरा
तुम अदब से पत्थर फेंक लेना
बात मत मानना की तुम्हें भी वह धोखा देगा
बस यह तो तुम एक दिन देख लेना

.बुलंदिया तो आने दो मेरे यार
वो भी तब दुआ करने जाया करेगी
अनसुना करती रहती थी जो मुझे
वो भी पैसे देकर मुझे सुनने आया करेगी

मैं अपने हाथ को उसके हाथ से फिसलता देख रहा था
फिर भी इस दिल को उसकी ओर चलता देख रहा था
और आग मेरे दिल में नहीं थी
मगर मैं सारे जमाने को जलता देख रहा था

उनको देखकर बदल गया मैं
उनकी तरह इश्क में पेड़ काटकर पौधा करता हूं
वह भी व्यापारी थे
और अब मैं भी दिलों का सौदा करता हूं

मेरे इश्क की दहलीज को ना कोई पैगाम चाहिए
मेरे अल्फाजों को ना कोई इनाम चाहिए
मेरा दिल गदगद हो जाएगा
बस उनके नाम के साथ मुझे अपना नाम चाहिए

जैसे टूटा तारा एक उम्मीद है
मोहब्बत भी उसी उम्मीद का हिस्सा है
मेहनत से सपने पूरे होते हैं
जनाब टूटा तारा तो किताबों का किस्सा है

उसके ज़ुल्म के बदले
मैंने मरहम दिया था
मैं तो अपनी जगह ठीक था
भले ही उसने मुझे जख्म दिया था

आज नींद चैन की आएगी
बरसो बाद उनका खत आया है
जख्म भले ही दिए हों
पर उनका खत आज भी मुस्कुराहट लाया है

वक्त का दरिया इंतिहान ले रहा था
हम उसे जान कह रहे थे
जो हमारी जान ले रहा था

उनकी एक मुस्कान ने हमारे सारे गमों को चुरा लिया
साहब आज भी दर्द करता है वह मोहब्बत का टीका
जो उन्होंने हमें बड़ी जोर से लगा दिया

उसे वहम है
मैंने उसे सब कुछ बता दीया
एक "कुछ नहीं" में
मैंने सब कुछ छिपा लिया

गलती की अब गलतियां कई बार करेंगे
एक बार कि मोहब्बत में मजा नहीं आया मेरे यार
हम मोहब्बत बार-बार करेंगे

बहुतों का कत्ल किया है आपकी निगाहों ने
ज़रा फेहरिस्त में एक नाम हमारा भी लिख लेना

ना हकीकत में आती है
ना ख्वाबों से जाती है
रोज ये याद मुझे यूं ही सताती है
मैं हकीकत में रोता हूं
और वह तस्वीर और मुस्कुराती है.

लोग कहते हैं
मोहब्बत उससे कर जो तुझको चाहेगा
मैंने उनसे कहा क्या मेरी तरफ से
यह बात कोई उसको भी बताएगा

माना तेरा साथ होना एक सपना है
पर चलने दे अब इस सपने को खराब नहीं करते हैं
मोहब्बत तो आंखों का कुसूर है
इसके चक्कर में दिल की दोस्ती को खराब नहीं करते हैं

इश्क हमने किया है तो हम ही प्रयास करेंगे
तुम बस एक दफा पहले याद कर लेना
हम तुम्हें 10 दफा पहले याद करेंगे

हमसफर भले ही वह किसी और के हो
मगर आज भी हम सफर तो साथ कर सकते हैं

बड़ा कठिन दौर है
हमारे दिल में वो है
और उनके दिल में कोई और है