सरहद पर जलता
किसी घर का चिराग हूं मैं
दिल में उतर जाऊं
देश प्रेम का रहे वह राग हूं.
देशभक्ति दिल से होती है
कोई बता नहीं सकता
मोहब्बत वतन से की है
कोई शिखा नहीं सकता
आंच ना आने दे जिन्होंने
तिरंगे की शान को
याद रहेंगे सदा वह हिंदुस्तान को.
मशाल से खुद जलकर
आजाद ख्याल आजाद विचार
बुलंद अपनी आवाज रखना
शहीद हुए आजादी के खातिर
उन वीरों को सदा याद रखना
एक सपना पाने के लिए
कुछ सपनों को पीछे छोड़ा है
सरहदों को अपना बनाने के लिए
अपनों को पीछे छोड़ा है
तुमने दोस्ती यारों से निभाई है
हमने यारी तिरंगे से निभाई है
सरहदें हमारी दोस्त हैं
और चट्टान दोस्ती की ऊंचाई है
छोटा सा काम हमारा
हम कलम के कलाकार है
शेर तो वह है साहब
जो सरहदों के पहरेदार हैं
मुश्किल कोई भी आ जाए
कदम रुकने नहीं देंगे
ए भारत माॅं
हम कभी तेरा शीश झुकने नहीं देंगे
ना जाने कितने परिवारों ने तिरंगे का रंग लाल देखा है
तब जाकर अपने देश में
जीत के जश्न का माहोल दिखा है
जंग कहां आसान होती है
वीरता साहस और खून मांगती है
कुछ कर गुजर जाने का यह जुनून मांगती है
दिन ढले है शाम आई है
फिर किसी फौजी की छुट्टी
सरहदों के नाम आई है
बारूद की लंका में
खून की होली थी
जिस दुश्मन ने आंख उठाई
उसके सीने में गोली थी
आसमान भी तब गर्व करता है
जब भारत का शूरवीर
मेहनत की उड़ान भरता है
जब-जब सीमाओं ने बुलाया है
वह अपनी मां को छोड़कर
भारत मां के पास दौड़ा चला आया है
सेवा भाव होना चाहिए
सर्दी सब पर नहीं हो सकती
बस वतन से लगाव होना चाहिए
रेगिस्तान की रेट हो गई है लावा
सूरज उगल रहा है ज्वाला
फर्क नहीं पड़ता उसको वह है वर्दी वाला
तू देशभक्त सच्चा लगता है
इंकलाब जिंदाबाद बोलअच्छा लगता है
तूफान भी डरते जिससे वह किरदार है तुम्हारा
आखिर जान से ज्यादा कीमती वतन प्यार है हमारा
सिपाही हूं वतन का पहरेदार हूं
कह सकते हो मौत का रिश्तेदार हूं
मुश्किल वक्त में इंडियन आर्मी साथ रहती है
तभी तो उनकी जगह दिल में खास रहती है
बारिश की बूंदे वादी यह खूबसूरत है
वर्दी है तिरंगे के साथ और किसकी जरूरत है
हर डर को दरकिनार किया है
दिल जान से बस तिरंगे से प्यार किया है
वीरगति से बड़ा कोई सम्मान नहीं
शहीदों से बढ़कर कोई धन्वान नहीं
सरहद के दीवाने का जुनून अलग होता है
मां की हिफाजत करने में सुकून अलग होता है
जब तक यूं है आपका साथ
हमारे सामने दुश्मनों की नहीं है कोई विसात
दिल जान और अभिमान तिरंगा
हर हिंदुस्तानी की शान तिरंगा
एक खूबी मेरे किरदार में है
यह दिल सिर्फ तिरंगे के प्यार में है
झरोखे से मुस्कुराहट को आते देखा
मैंने शान से तिरंगा लहराते देखा
उगते ढलते सूरज को प्रणाम करते हैं
खुशनसीब है जो हर क्षण सरहदों के नाम करते हैं
मेरे और वर्दी के बीच कोई दीवार नही,
वतन की मोहब्बत से खूबसूरत कोई प्यार नही..
आंच न आने दी जिन्होंने तिरंगे की शान को ,
याद रहेंगे वे सदा हिंदुस्तान को...